किसी भी देश की अंतरराष्ट्रीय अदालतों में ग्राहकों के हितों की रक्षा: अंतरराष्ट्रीय वाणिज्यिक मध्यस्थता, तदर्थ, विवादों के पूर्व परीक्षण निपटान, बातचीत करना, अदालतों में रक्षा रणनीति विकसित करना, अदालतों में ग्राहकों के हितों की रक्षा करना, विभिन्न देशों में अदालत के फैसले लागू करना।